ये पढ़ें: 2022 में उपलब्ध बेहतरीन 5G स्मार्टफोन

Jio 5G नेटवर्क रोलआउट का समय और 5G प्लानों की कीमतें

भारत में शायद सबसे अधिक उपभोक्ता Jio के ही हैं। 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी ख़त्म होते ही Reliance Jio ने 15 अगस्त 2022 को ही अपने 5G नेटवर्क रोलआउट की घोषणा कर थी। सूत्रों के अनुसार, इस महीने के अंत से पहले ही, 29 अगस्त (जिस दिन Reliance Jio की AGM मीटिंग है) से Jio 5G नेटवर्क के रोलआउट की शुरुआत हो सकती है। Jio 5G नेटवर्क सबसे पहले हैदराबाद, दिल्ली, बैंगलोर, मुंबई, नवी मुंबई, जामनगर, चेन्नई और लखनऊ में शुरू होगा और इसके बाद धीरे-धीरे ये अन्य शहरों में विस्तार करेगा। लेकिन साथ ही ये भी तय है कि 5G की तेज़ स्पीड के साथ 5G टैरिफ प्लान की कीमतें भी 4G प्लानों के मुकाबले ज़्यादा होंगी। ये पढ़ें: 15,000 रुपए में भारत में उपलब्ध बेस्ट 5G स्मार्टफोन

Airtel 5G कब होगा लॉन्च और क्या होंगी कीमतें

Jio के अलावा Airtel ने भी 17 अगस्त 2022 को ही 5G नेटवर्क रोलआउट की घोषणा की थी। हालांकि इसकी शुरुआत भी इसी महीने के अंत तक हो पायेगी। भारत में मेट्रो सिटीज जैसे दिल्ली, मुंबई, बैंगलोर, इत्यादि जहां एयरटेल का 5G पायलट टेस्ट सफल रहा है, वहाँ से Airtel 5G नेटवर्क की शुरुआत होगी। धीरे धीरे दूसरे और तीसरे चरण में 5G नेटवर्क रोलआउट करते हुए 2023 के अंत तक 5G नेटवर्क सम्पूर्ण भारत में उपलब्ध हो पायेगा। कीमतों को लेकर Bharti Enterprises के वाईस चेयरमैन अखिल गुप्ता का कहना है कि भारत में 5G नेटवर्क तेज़ी से बढ़ेगा। जिनके पास भी 5G स्मार्टफोन है, उन तक ये पहुंचेगा और ज़ाहिर है कि वो इसका उपयोग करेंगे। जब उन्हें बेहतर स्पीड मिलेगी, तो वो और ज़्यादा इसका उपभोग करेंगे और अपने आप ही महंगे 5g टैरिफ प्लान में जायेंगे और इससे टेलीकॉम ऑपरेटरों के रेवेन्यू बढ़ेंगे। तो इस बयान से ये साफ़ ज़ाहिर है कि 5G टैरिफ प्लानों की कीमतें ज़्यादा होंगी।

कितने में हुई 5G स्पैकट्रम की नीलामी

भारत सरकार ने इसी महीने 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी की है और इसमें कितने रूपए लगे हैं, ये जानकर आपको थोड़ी हैरानी ज़रूर होगी। 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी में सरकार ने 1,50,173 करोड़ रूपए कमाए हैं। इस बोली में सबसे बड़ा हिस्सा Jio का ही है और उसके बाद एयरटेल का। यानि लगभग आधे से ज़्यादा एयरवेव पर Jio ने अपना कब्ज़ा किया है। Jio के इस नीलामी में 88,078 करोड़ रूपए की बोली लगाई। Airtel ने सरकार को 5G स्पेक्ट्रम के लिए 43,084 करोड़ रूपए दिए हैं। इसके बाद तीसरा नंबर Vodafone का है, जिसने 18,799 करोड़ रूपए की बोली लगाई है।

Δ